रविवार, 12 जुलाई 2020

धारूल की माँ अम्बादेवी दर्शन 12 जुलाई 2020 ( श्री सन्दीप साकरे जी )






माँ अम्बा देवी शक्तिपीठ की दर्शन यात्रा में खड़ी पहाड़ी को चढ़कर जाना पड़ता हैं जिसके ऊपर नागदेवता , माँ काली और हनुमान प्रतिमा कें दर्शन का सौभाग्य प्राप्त होता हैं ।










ये वह स्थान हैं जहाँ तपस्वी सन्त मंगला माँ ने माँ अम्बे की साधना की थी ....यही सामने माँ मंगला देवी की समाधि विराजमान हैं और भगवान गणेश जी की प्रतिमा गुफा कें प्रवेश द्वार पर विराजमान हैं ।
जहाँ पर माँ मंगला देवी तपस्विनी की तस्वीर रखी हुई हैं वहां माँ मंगला बैठी रहती थी , अम्बा देवी की यात्रा बड़ी मनोरम हैं आईए आगे चलते हैं ।...






माँ अम्बा देवी शक्तिपीठ में श्रध्दालु भक्त आते हि नीचे नदी में बहते पानी से स्नान करते हैं , यह पानी गुप्त गुफा से आ रहा हैं , स्वयं माँ अम्बे और भगवान शिव कें चरणो से ...अम्बा देवी शक्तिपीठ की दिव्य गुफा का मार्ग बन्द किया गया हैं जिसे ऋषि मुनि आश्रम कहते हैं ...यह पानी आदि गंगा का पावन चल वही से आ रहा हैं ...





माँ अम्बा देवी की स्वयं भू प्रकट हुई प्रतिमा ....माँ अम्बे उनसे दरबार आने की ईच्छा रखने वालें हर एक भक्त की रास्ता देख रही हैं ..यह अति पावन भूमि हैं यहां आज भी लाखो वर्षों से जप कर रहे ऋषि मुनि साधना कर रहे हैं ...
माँ अम्बा कें बारे में विशेष कहानी प्रचलित हैं की जब तक माँ अम्बा स्वप्न में बुलावा ना भेजे कोई भक्त नही आता दर्शन को ..




आदि शक्ति माँ अम्बे का दरबार हर किसी भक्त कें लिए खुला हैं जो माँ का अनन्य भक्त हैं ...
जो माँ अम्बे की अनन्य भक्ति करते हैं उनके जुबानी माँ अम्बा कें चमत्कारो की अनगिनत कहानी आप सुन सकते हॊ



माँ अम्बा कें दरबार हजारो भक्त आते हैं दर्शन करके चले जाते हैं ...लेकिन माँ अम्बे का अनन्य भक्त तो हजारो में कोई एक हि आता हैं जो सिर्फ माँ से मिलने आता हैं , माँ कें दर्शन को आता हैं इनमे एक माँ रेणुका देवी कें अनन्य भक्त सन्दीप साकरे जी हैं ....



ऐसी अम्बा देवी शक्तिपीठ में सैकड़ो गुफाएँ हैं जिनमे एक गुफा माँ कामाख्या कें धाम जाती हैं लेकिन वहां कोई भी भक्त नही जा सकता ....





माँ अम्बारानी धारूल माता कें शक्तिपीठ में गुप्त गुफाओं से जुड़े हजारो रहस्य हैं जिनकी खोज माँ अम्बा भक्त रविन्द्र कर रहा हैं , तपस्वी सन्त मंगला माँ ने इन्ही गुफाओं से होकर कई तीर्थों की यात्रा की हैं , ये वही गुफाएं हैं जहाँ कभी इन्द्र आदि देवताओ ने माँ अम्बा की तपस्या की थी ....
यहाँ की गुफाओं को देखकर बड़े हि अलौकिक सुख की प्राप्ति होती हैं 


माँ अम्बादेवी धाम में विराजे भगवान शिव का पावन धाम ...माँ अम्बा रानी कें दर्शन कें बाद श्रध्दालु भोलानाथ कें दर्शन करते हैं फिर महाकाली माँ कें दर्शन की ओर आगे बढ़ते हैं 




भगवान की महिमा गाते छोटे बच्चे भी नही थकते ...
माँ अम्बा देवी दर्शन कें लिए निरंतर हि स्कूल कें बच्चे यहां पिकनिक मनाने आते हैं , यहां खाना बनाने कें लिए उत्तम व्यवस्था भी हैं इसलिए यहाँ कें प्राकृतिक दृश्य का आनंद लेनें पहुंचते हैं  


जो जैसी भावना लेकर आता हैं माँ अम्बा उसे वैसा हि फल देती हैं , यहाँ साक्षात माँ अम्बे विराजमान हैं , शक्तिपीठों में माँ अम्बा जी का बड़ा महत्व हैं क्यो यहां पर माँ सती का हृदय गिरा था , माँ अम्बा बड़ी दयालु हैं , जिस भक्त पर माँ अपना हाथ रख दे , उनके जीवन में चार चांद लग जाते हैं ....


माँ अम्बा देवी में जब भी कोई सच्चा भक्त दर्शन को आता हैं तो वह अपने परिवार कें साथ आता हैं या फिर माँ अम्बे कें अनन्य नये भक्तों को दर्शन कराने आता हैं ...
सन्दीप साकरे जी धामनगांव कें रहने वालें जो माँ भगवती दुर्गा कें अनन्य भक्त हैं ...











माँ कालिका और माँ अन्नपूर्णा दरबार कें प्रवेश मार्ग का रास्ता





ये माँ अन्नपूर्णा का मन्दिर हैं , जो भक्त माँ अम्बा देवी दर्शन कें साथ माँ अन्नपूर्णा कें दर्शन करता हैं उसके घर अन्न कें भंडार भरे रहते हैं । माँ अन्नपूर्णा की बड़ी कृपा होती हैं



आप को माँ अम्बे दर्शन की यह फोटो कैसे लगी कॉमेंट्स करके अवश्य बताए 

कोई टिप्पणी नहीं: